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Budget Reaction: उद्योग जगत ने कहा, मुश्किल हालात में यह अहम बजट, पटरी पर आएगी अर्थव्यवस्था

कोविड-19 के प्रभाव को देखते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लीक से हटते हुए सोमवार को वित्त वर्ष 2021-22 का आम बजट कागजी दस्तावेज के बजाय टैबलेट से पढ़ा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के 1 घंटा 50 मिनट में पढ़े गए बजट भाषण के दौरान सत्तापक्ष के सदस्यों ने 90 से अधिक बाद मेज थपथपाकर अलग-अलग प्रस्तावों का स्वागत किया. कई घोषणाओं का प्रधानमंत्री मोदी ने भी मेज थपथपा कर स्वागत किया.

सीतारमण ने अगले वित्त वर्ष में पूंजीगत व्यय में भारी बढ़ोतरी का प्रस्ताव किया है. सीतारमण ने सोमवार को आम बजट 2021-22 पेश करते हुए 2021-22 में पूंजीगत व्यय बढ़ाकर 5.54 लाख करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव किया है. चालू वित्त वर्ष 2020-21 के लिए पूंजीगत व्यय का बजट 4.39 लाख करोड़ रुपये है. इस बजट का उद्योग प्रस्ताव ने स्वागत किया है.

इसी क्रम में वाधवानी फाउंडेशन में वाधवानी कैटेलिस्ट की वाइस प्रेसिडेंट रत्ना मेहता ने कहा, यह उम्मीद का बजट है और सकारात्मकता की छड़ी है. बेहद मुश्किल परिस्थितियों में यह एक महत्वपूर्ण बजट है. बजट से बहुत सारी उम्मीद बंधी हुई थी और इनमें प्रमुख कि यह अर्थव्यवस्था को वापस समान्य स्थिति में लाएगा. वित्त मंत्री से घाटे का प्रबंध करने और अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने का मुश्किल काम अपेक्षित था. लगता है कि उन्होंने सफलता पाई है और रोजगार बढ़ाने के लिए खर्चों में वृद्धि की है.

रत्ना मेहता ने कहा, इस तरह खपत में वृद्धि की उम्मीद है. यह एक बड़ा कदम है जो समय की आवश्यकता भी थी. हेल्थकेयर को भी सरकारी सहायता की जरूरत थी और यहां उन्होंने आवंटन में अच्छी-खासी वृद्धि की गई है. करों में छूट और डिजिटाइजेशन पर ध्यान दिए जाने से स्टार्ट अप को फायदा होगा खासकर हेल्थकेयर और शिक्षा जिन्हें बढ़े हुए मौके मिलेंगे. कॉरपोरेट क्षेत्र को सेस और टैक्स में वृद्धि से बख्श दिया गया. इससे अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने का कार्म निर्बाध ढंग से हो पाएगा. संक्षेप में बजट सही काम करता लगता है.