रीस्किलिंग (Reskilling) वही जादुई काम हो सकता है जो प्रतिभा की कमी के साथ-साथ कौशल में आई नई कंपनी की पूर्ति करता है। कौशल के मामले को परिप्रेक्ष्य में रखते हुए हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि महामारी से पहले और बाद की दोनों स्थितियों में कौशल में कमी एक महत्वपूर्ण मुद्दा है और प्रतिभा की अच्छी मांग है।
Need of Reskilling: कोविड19 (Coronavirus) आने के बाद कामकाजी दुनिया का माहौल बदल चुका है। अब वर्कप्लेस केवल ऑफिस तक सिमटकर नहीं रह गया है। इसलिए आगे भी यह बात पक्की है कि भविष्य का कार्यस्थल अलग होगा। साथ ही काम करने के तरीकों में बदलाव लाना भी जरूरी होगा। इसके लिए जरूरत होगी, स्किल्स को नए सिरे से तराशने की। कौशल के मामले को परिप्रेक्ष्य में रखते हुए हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि महामारी से पहले और बाद की दोनों स्थितियों में कौशल में कमी एक महत्वपूर्ण मुद्दा है और प्रतिभा की अच्छी मांग है। रीस्किलिंग वही जादुई काम हो सकता है जो प्रतिभा की कमी के साथ-साथ कौशल में आई नई कंपनी की पूर्ति करता है। आइए जानते हैं इस बारे में क्या कहते हैं
इनोवेशन और क्रिएटिविटी का होगा जमाना
नया कॉन्सेप्ट नहीं है रीस्किलिंग
क्या रहे सर्वे के नतीजे
जारी रहने वाले हैं रिमोट ऑपरेशंस
ज्यादातर कंपनियां तनाव में
Source: Navbharat Times